
दिल तो बहाना ढूंढ़ता है बस तेरे पास जाने का…
वो तेरी गुस्से वाली मुस्कान वो तेरे नखरे…
वो तेरी नशीली आंखें वो तेरी मदमस्त अदाएं।
मुझे देख कर वो तेरा वो नजरे झुकना…
फिर नज़ाकत से मेरी ओर देखना।
दीवाना है ये ज़माना तेरी सबनमी होट…
और मखमली गालों का।
तू मेरी शायरी और मै शायर इस ज़माने का….
दिल तो बहाना ढूंढ़ता है बस तेरे पास आने का।